साराजेवो. दक्षिण पूर्व यूरोप के देश बोस्निया और हर्जेगोविना में पानी के भीतर मौजूद 5 गुफाओं में से एक में एक दुर्लभ सैलामैंडर (स्थानीय नाम बेबी ड्रैगन) मिली है। यह पिछले 2569 दिन (7 साल से अधिक) से हिली भी नहीं है। वैज्ञानिकों ने लंबे समय तक निगरानी करने के बाद बताया, ओल्म्स (प्रोटियस एंगिनस) नामक ये उभयचर सैलामैंडर कहलाती है। माना जा रहा है, यह अंधी होती है। अपना 100 साल का जीवन पानी के अंदर बिताती है। इसका आवास स्लोवेनिया से लेकर क्रोएशिया जैसे बाल्कन देशों में भी है। ओल्म्स जगह बदलने के लिए तभी प्रेरित होती है, जब उसे लगभग 12.5 साल में एक बार मेटिंग करना होता है।
गुफा जीवन का अध्ययन करने वाले जीव विज्ञानियों के लिए यह अच्छी खबर है कि क्रोएशिया में 7000 से अधिक ऐसी दुर्गम गुफाएं हैं, जो इंसानों की पहुंच से दूर हैं। यहां सैलामैंडर के शरीर के अंश (डीएनए और ईडीएनए) पानी में घुलने के बाद बाहर आए हैं। हंगेरियन नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के ज्यूडिट वोरोस ने बताया, ‘‘इससे पहले ऐसे जानवरों की कल्पना की गई थी। यहां भारी बारिश के कारण ये जीव बहकर गुफाओं से बाहर आने के बाद ही हम इन्हें देख पाए हैं। अन्यथा इन्हें देखने के लिए हमें गोताखोरी कर गुफा में जाना होता है। लेकिन अब हम गुफा के पानी में मौजूद अंशों को देखकर ही यह बता सकते हैं कि वे वहां हैं या नहीं।
10 गुफाओं में सैलामैंडर मौजूद हैं
वोरोस ने बताया उनकी टीम ने एक तकनीक का इस्तेमाल कर सैलामैंडर के एन्वायरमेंटल डीएनए पर सर्वे किया है। यह तकनीक इससे पहले वन्य जीवों पर आजमाई गई है, लेकिन गुफाओं में पाई जाने वाली प्रजातियों पर पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया है। इसके लिए 2014 की गर्मियों में 15 गुफाओं के पानी के सैंपल एकत्रित किए गए थे। प्रत्येक गुफा से 2 लीटर पानी लेकर पेपर फिल्टर कर ई डीएनए निकाला किया गया। इसके बाद ही यह माना गया कि 10 गुफाओं में सैलामैंडर मौजूद हैं।